"आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर" प्रोजेक्ट के अंतर्गत ब्रह्माकुमारीज़ मण्डला के द्वारा चार्टर्ड एकाउंटेंट्स दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम बस स्टैंड के पीछे स्थित स्थानीय सेवाकेंद्र "विश्व शांति भवन" के सभाग्रह में आयोजित किया गया। चार्टर्ड एकाउंटेंट्स दिवस के उपलक्ष्य में चार्टेड अकाउंटेंट मुकेश जैन, ईशान मूलचंदानी, रोहित जैन, सरल अग्रवाल, धीरज अग्रवाल, सहित सभी अकाउंटेंटस उपस्थित रहे। सर्वप्रथम ब्रह्माकुमारी शिवकुमारी बहन और बीके ज्योति बहन ने सभी का तिलक वन्दन और गुलदस्ते देकर स्वागत किया। ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी ने सभी को चार्टेड एकाउंटेंट्स दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सभी का शब्दों से स्वागत किया और सभी के सम्मान में कविता प्रस्तुत की। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ममता दीदी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट हमारे देश के आर्थिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को सम्मानित करने के लिए यह दिन मनाया जाता है। इसके साथ सभी को राजयोग का अभ्यास कराया गया। सभी ने इसका अभ्यास कर विशेष शांति का अनुभव प्राप्त किया। सीए भ्राता मुकेश जैन ने अपने विचार रखते हुए ब्रह्माकुमारीज़ बहनों का धन्यवाद दिया और सम्मानित होकर कहा कि पहली बार किसी ने हमें सम्मान के लिए बुलाया है और ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के कार्यों की सराहना की। सीए भ्राता धीरज अग्रवाल जी ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की प्रशंसा की और मंच में बुलाकर सम्मान करने के लिए ब्रह्माकुमारी बहनो का धन्यवाद किया और आगे किसी भी प्रकार की जरूरत होने पर ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान को सहयोग देने की बात कही। इसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित सभी अकाउंटेंट का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में आकर सभी बहुत खुश हुए और ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा सिखाये जाने वाले राजयोग सीखने के लिए उत्सुक रहे। कार्यक्रम के पश्चात सभी ने "आध्यात्मिक आर्ट गैलरी" का अवलोकन भी किया।
Special Moments
Cultural Programs
Testimonials
सीए भ्राता मुकेश जैन ने अपने विचार रखते हुए ब्रह्माकुमारीज़ बहनों का धन्यवाद दिया और सम्मानित होकर कहा कि पहली बार किसी ने हमें सम्मान के लिए बुलाया है और ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के कार्यों की सराहना की।
सीए भ्राता धीरज अग्रवाल जी ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की प्रशंसा की और मंच में बुलाकर सम्मान करने के लिए ब्रह्माकुमारी बहनो का धन्यवाद किया और आगे किसी भी प्रकार की जरूरत होने पर ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान को सहयोग देने की बात कही।