Program Brief
हमारी भारतीय संस्कृति एक समृद्ध संस्कृति है जो हमारे अंदर श्रेष्ठ संस्कारों का सृजन करती है । हमारी भारतीय संस्कृति में विविधता में एकता के दर्शन होते हैं । भले ही संस्कृति का निर्माता मानव होता है लेकिन मानव में मानवता लाने का कार्य हमारी संस्कृति ही करती है ।<br/>उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय विश्वनाथ कॉलोनी में आजादी की अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर थीम के अंतर्गत "मेरी संस्कृति मेरी पहचान" विषय पर पारंपरिक वेशभूषा के कार्यक्रम में विश्वनाथ सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी रमा बहन द्वारा व्यक्त किए गए ।<br/> इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति के दर्शन कराने के लिए सिख समुदाय, महाराष्ट्रीयन, गुजराती, साउथ इंडियन, पंजाबी, बुंदेलखंडी, राजस्थानी, कोई महारानी लक्ष्मीबाई तो कोई जोधा तो कोई बाजीराव मस्तानी के परिधान में आया।<br/>इस कार्यक्रम में बी.के रीना बहन द्वारा नारी शक्ति की महिमा पर प्रकाश डाला गया ।<br/>उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गांधी आश्रम संचालिका दमयंती बहन जी, महिला प्रदेश सचिव कीर्ति विश्वकर्मा जी, ग्रामीण महिला जिला अध्यक्ष शिवानी चौरसिया जी, समाजसेवी कोमल टिकरिया, सपना चौधरी, धीरज नगरिया जी और भावना बहन सहित छतरपुर की सभी प्रतिष्ठित महिलाएं एवं समाजसेवी उपस्थित रहीं ।<br/>कार्यक्रम के पश्चात बी.के कल्पना बहन द्वारा सभी को मेडिटेशन कमेंट्री द्वारा गहन अनुभूति कराई गई एवं सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किया गया ।<br/>कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों एवं सभी बहनों को ईश्वरीय प्रसाद एवं ईश्वरीय साहित्य प्रदान किया गया ।<br/>