प्रेसनोट <br/>ब्रह्मकुमारीज आश्रम शांति धाम दयाल बाग में विश्व बंधुत्व दिवस पर विश्व बंधुत्व में युवाओं की भूमिका के विषय पर कार्येक्रम का आयोजन किया गया एवंम संस्था की पहली पूर्व मुख्य प्रशाशिका डॉ दादी प्रकाशमणि जी के 15वे पुण्य स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।<br/>इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ बीके जगबीर सिंह जो की अंतरराष्ट्रीय माइंड पावर कोच एवं राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर, स्पोर्ट्स विंग(आर इ आर ऍफ़), माउंट आबू है, जी ने अपने विचार रखते हुए कहा की किसी भी क्षेत्र में शारीरिक स्वास्थ्य का ही प्रशिक्षण ज्यादा किया जाता है लेकिन शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य का स्वस्थ होना भी बहुत जरुरी है इससे जो हमारी इच्छाशक्ति कमजोर हो जाती है वो मजबूत बनती है साथ ही उन्होंने अपने जीवन में आध्यात्मिक ऊर्जा का स्त्रोत परमात्मा तथा दादीजी द्वारा प्राप्त शिक्षाओं को बताते हुए सभी से अनुरोध किया कि वे अपने दिनचर्या में इसे अवश्य शामिल करें।<br/>उन्होंने कहा मन को शक्तिशाली बनाने के 5 मुख्य आधार है पहला आधार है मैडिटेशन। दुनिया में सारा खेल एनर्जी/ऊर्जा का है और हर व्यक्ति स्वयम को ऊर्जावान उस सर्वशक्तिमान ऊर्जा के स्रोत परमात्मा से जोड़ कर ही कर सकता है। दूसरा आधार है सकारात्मक कल्पना करना जहा हमारा चेतन मन केवल 10 प्रतिशत ही काम करता है वही हमारा अवचेतन मन 90 प्रतिशत काम करता है हमारा अवचेतन मन चित्र/तस्वीर बनाता है अर्थात किसी चीज की मानसिक छवि बनाकर काम करता है जब भी हम कोई कमज़ोर संकलप करते है तो हमारे अवचेतन मन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है इसलिए हमारा हर संकल्प बहुत ही शक्तिशाली होना चाहिए किसी भी कार्य को करने से पहले हमें उसका चित्रण करना चाहिए की ये कार्य सफलता से पूर्ण हो गया है। तीसरा आधार है कोई भी कार्य करने से पहले स्वयम को कहना में शक्तिशाली हू,में विजयी हू इस तरह से स्वयम की ऊर्जा को बढ़ाना। चौथा आधार है जिस व्यक्ति या वस्तु से हमें जो कुछ भी प्राप्त होता है उसेक लिए हम उसका दिल से शुक्रिया करे जैसे हमारी दिनचर्या के सारे काम जल से होते है है जल का शुक्रिया माना हर उस चीज़ का दिल से शुक्रिया करें जिससे हमें कुछ न कुछ मिलता है। पांचवा आधार है की हम गहन शांति की अनभूति आवश्य करे चाहे दिन में कुछ समय के लिए ही सही लेकिन ख़ुद को समय जरूर दे जब हम सकारात्मक चिंतन करते है तो हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और जब हम नकारात्मक चिंतन करते है जैसे क्रोध आदि तो हमारा शरीर बीमारियों को आकर्षित करता है।<br/> <br/>विशिष्ट अतिथि श्री मुकुंद एच सी एस सिटी मजिस्ट्रेट, ने कहा सबसे पहले तो मुझे इस आश्रम का वातावरण बहुत शांतिप्रिय लगा दिन भर के भागदौड़ एवम तनाव पूर्ण माहौल से दूर इस वातावरण में मन बहुत आन्दित महसूस कर रहा है ऐसा लग रहा है जैसे सिर से सारे बोझ खत्म हो गए है मन एकदम असीम शांति का अनुभव कर रहा है उन्होंने ब्रह्माकुमारी बहनों का शुक्रिया किया उन्हें इस कार्येक्रम का हिस्सा बनाने के लिए I इसके साथ ही उन्होंने कहा हमें हमारी ऊर्जा को उचित दिशा का रास्ता दिखाना है, अपनी ऊर्जा को सही दिशा दिखाकर हम अपने जीवन में वो सब कर पाएंगे जो हम करना चाहते है अगर हम अपनी बुराइयों को ठीक करने पर ज़ोर डालें तो समाज ठीक हो सकता है। आज हर एक व्यक्ति को ये सोचने की आवश्यकता है की किस तरह से हम संसार में फ़ैली हुई नशामुक्ति, गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार आदि कुरीतियों से सबको बचा सकते है। आज एकबार फिर हम सबको आवश्यकता है की हमें जो हमारे बुजुर्ग सिखा कर गए है हम उस पर चले ओर स्व परिवर्तन से ही विश्व परिवर्तन संभव है।<br/><br/>इसके साथ अन्य विशिष्ट अतिथि भाई जसबीर सिंह गिल, प्रधान सचिव हरियाणा स्टेट टायक्वोंडो एसोसिएशन, श्री रामनिवास, डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर, श्री राजिन्द्र विज प्रेजिडेंट, योगा फेडरेशन अम्बाला ने दादी जी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की एवं कहा की हम सबको भी दादी जी की तरह ईमानदार व सच्चा इंसान बनना है। <br/><br/>इसके बाद अंत में आश्रम की उप मुख्य संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आशा दीदी जी ने कहा जितनी भी शक्ति आती है वो मन बुद्धि की एकाग्रता से आती है ऐसे कर्म करो जिनसे दुआओं का खाता जमा हो भटकती हुई आत्माओ को सुख शांति मिले इसके बाद उन्होंने सभा में बैठे सभी लोगों को राजयोग मैडिटेशन का अनुभव कराकर मंत्रमुग्ध किया सभी ने परमात्मा की याद में सच्ची शांति का अनुभव किया। <br/>इस अवसर पर रोटरी प्रेजिडेंट भाई नरेश जी सहित शहर की जानीमानी हस्तियां मौज़ूद रही। <br/><br/>राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शैली बहन ने कुशलता पूर्वक मंच संचालन किया।
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Olymipcs के खिलाड़ियों को मेंटल ट्रेनिंग ब्रह्मा कुमारियों से बेहतर कोई नही दे सकता |
Jasbir Singh Gill (Principal Secratory Haryana, State Taekwondo Assocation)