साइबर सुरक्षा एवं आध्यात्मिक जागरूकता कार्यक्रम<br/><br/>आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के इंदिरा नगर उपसेवा केंद्र में साइबर सुरक्षा अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सिविल लाइन थाने के थाना प्रभारी (टीआई) वीरेंद्र पटेल जी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने वहां उपस्थित सभी भाई-बहनों को साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया और बताया कि डिजिटल युग में कैसे सतर्क रहकर हम साइबर अपराधों से बच सकते हैं।<br/><br/>कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी बीके नीरू दीदी, बीके सुनीता दीदी एवं बीके उर्मिला दीदी ने निभाई। यह आयोजन पुलिस विभाग और आध्यात्मिक संस्थाओं के बीच सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण था। इसके माध्यम से समाज में सुरक्षा और शांति के वातावरण को बढ़ावा देने के प्रयासों पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में न केवल साइबर सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया बल्कि समाज में व्याप्त विभिन्न सामाजिक समस्याओं और उनके प्रभावों पर भी विचार-विमर्श हुआ।<br/><br/>इसके साथ ही यातायात नियमों और उनके महत्व पर भी संक्षिप्त चर्चा की गई, जिसमें बताया गया कि किस प्रकार सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन करने से जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। कार्यक्रम में व्यावहारिक सुरक्षा उपायों पर भी चर्चा हुई, जिससे आम नागरिकों को अपनी दैनिक दिनचर्या में सुरक्षा को अपनाने की प्रेरणा मिले।<br/><br/>कार्यक्रम में ध्यान (मेडिटेशन) और माइंडफुलनेस की भूमिका पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। बताया गया कि ध्यान से मानसिक शांति और आत्म-नियंत्रण कैसे प्राप्त किया जा सकता है। ब्रह्माकुमारी संस्थान किस प्रकार से ऐसे कार्यक्रमों का बेहतरीन संचालन करता है, इस पर भी विचार किया गया। इसके माध्यम से समाज में चरित्र निर्माण, नैतिकता, आत्म-विकास और आध्यात्मिक उन्नति को कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस पर भी विस्तार से चर्चा हुई।<br/><br/>एक महत्वपूर्ण विषय नशा मुक्ति अभियान रहा, जिसमें सभी उपस्थित लोगों को नशा छोड़ने का संकल्प दिलाया गया। यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और एक सुंदर, स्वस्थ एवं सुरक्षित समाज की स्थापना करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।<br/><br/>कार्यक्रम के अंत में पुलिस प्रशासन के सदस्यों को ईश्वरीय सौगात एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। यह आयोजन न केवल साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक मंच बना, बल्कि सामाजिक सुधार और आत्मिक विकास को बढ़ावा देने के लिए भी एक प्रेरणादायक प्रयास साबित हुआ।