Program Brief
कार्यक्रम में मंच का संचालन करते हुए ब्रह्मा कुमार दीपक भाई ने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आध्यात्मिक जगत में एक वट वृक्ष की भांति खड़े होकर विश्व में मानव जीवन में मूल्यों का संचार कर रहा है। ब्रह्माकुमारी संस्थान विश्व के 140 से भी अधिक देशों में 10000 से अधिक शाखाएं एवं प्रशाखाए है। ब्रह्माकुमारी संस्थान संयुक्त राष्ट्र संघ का सहयोगी सदस्य होकर विश्व शांति के लिए अपनी सेवाएं दे रहा है। जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने कई बार शांति पदक से सम्मानित किया है। ब्रह्माकुमारी संस्थान के द्वारा हर वर्ग के लिए अलग अलग प्रभाग बनाए गए हैं। जो हर प्रभाग के लोगों से संपर्क में रह उन्हें मानव जीवन में देवी गुणों एवं मूल्यों को सजाने के लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जैसे सुरक्षा प्रभाग, ग्राम विकास प्रभाग, चिकित्सा प्रभाग, शिक्षा प्रभाग, राजनीतिक प्रभाग, महिला प्रभाग इस प्रकार से 20 प्रभागो के द्वारा भारत के कोने-कोने में ब्रह्माकुमारी संस्थान अपनी सेवाएं दे रहा है। ब्रह्माकुमारी विद्यालय सरकार के द्वारा चलाए जा रहे अभियानों जैसे स्वच्छता का अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटी सशक्त बनाओ, ग्राम विकास, आदि सरकार द्वारा विश्व शांति सदभावना के लिए किए गए जो भी कार्यक्रम है उनका सरकार के साथ मिलकर अभियान की जिम्मेदारी संभालते हुए विश्व शांति सद्भावना एवं खुशहाल समृद्ध जीवन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटी को सशक्त बनाओ, एवं तनाव मुक्त जीवन जीने की कला ब्रह्माकुमारी संस्थान मानव को सिखला रहा है। <br/> ब्रह्माकुमारी संस्थान का संपूर्ण संचालन माताओं बहनों के द्वारा किया जाता है जिसमें भाइयों की भी बराबर की भागीदारी है। ब्रह्माकुमारी संस्थान के मुख्य प्रशासिका परम आदरणीय दादी रतन मोहिनी जी 97 वर्ष की आयु में होकर 35000 से भी अधिक ब्रह्माकुमारी बहनों व ब्रह्माकुमार भाइयों के मार्गदर्शन करते हुए इस संस्थान का कुशल संचालन कर रही है।<br/> वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ जी आर अम्बावतिया जी ने कहा कि मैं विगत 10 वर्षों से ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़ा हुआ हूं। यह संस्था मानव जीवन में खुशहाल जीवन जीने की कला सिखला रही है और हर क्षेत्र में मनुष्य को तनाव मुक्त रहे इस लक्ष्य को लेकर जीवन जीने की कला सिखलाती है। फिर उसमें चाहे शिक्षित वर्ग हो या हमारे असाधारण ग्रामीण भाई बहन हो या किसी भी जात समाज के भेद के बिना सभी के लिए समान रूप से अपनी सेवाएं ब्रह्माकुमारी विद्यालय द्वारा दी जा रही है।<br/> वही *सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी* ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे भारत देश के यशस्वी प्रधानमंत्री भ्राता नरेंद्र मोदी जी ने अपने कर कमलों के द्वारा ब्रह्माकुमारी संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान में आजादी के इस अमृत महोत्सव का उद्घाटन 20 जनवरी 2022 को किया। और आज हम शाजापुर जिला स्तरीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ करने जा रहे हैं। हम शाजापुर जिले में 75 कार्यक्रम करने का लक्ष्य लेकर हर प्रभाग एवं गांव गांव में सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान को लेकर लोगों में जागरूकता लाएंगे। चाहे फिर बात भारत स्वच्छता की हो, नारी के सशक्तिकरण की हो या ग्राम विकास की हो हम जन जागरण के लिए एवं मानव जीवन में चरित्र उत्थान के लिए सेवारत हैं।<br/> उन्होंने कहा कि भारत देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो गए हैं। वास्तव में हम अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हो गए। लेकिन आज का मानव बुरी आदतों, बुराइयों, व्यसनों के अधीन होकर स्वतंत्र होते हुए भी परतंत्र है। आज आवश्यकता है मानव को अपनी बुराइयों कमजोरियों एवं व्यसनों से मुक्त होने की। जब इन बुराइयों से मुक्त होंगे वास्तव में तभी सच्ची स्वतंत्रता होगी और हम आजादी का अमृत महोत्सव से भारत को स्वर्णिम बनाएंगे। बाद में ब्रह्मा कुमारी पूनम बहन ने सभी को देश भक्ति देश प्रेम के लिए देश में स्वच्छता, शांति, सद्भावना बनी रहे इस हेतु प्रतिज्ञा भी करवाई।<br/> वही ब्रह्माकुमारी चंदा बहन ने कहा कि भारत को सोने की चिड़िया बनाना है तो हमें अपने ही तन मन धन से भारत को स्वच्छ, स्वर्णिम, सुखमय, खुशहाल बनाना होगा जब हम बदलेंगे तो यह जग बदल जाएगा। जब हमारे जीवन में देवी गुणों का संचार होगा तो यही भारत राम राज्य बन जाएगा जहां ऊंच-नीच का भेदभाव जात पात का अंतर समाप्त हो जाएगा। जय हिंद, जय भारत।<br/><br/> ब्रह्माकुमारी ममता बहन ने कहा कि जब हम हमारे मन के भाव परिवर्तन करेंगे। ऊँच नीच, को भूल कर छोटे बड़े सब को सम्मान देंगे। तब हमें भी औरों का सम्मान स्वतः ही प्राप्त होगा और हम एक दूजे को समझकर सम्मान देकर आगे बढ़ाकर एक दूसरे का सहयोगी बनेंगे। तब भारत पुनः सोने की चिड़िया बन जाएगा क्योंकि कहा जाता है सर्व के सहयोग से ही सुख में संसार होता है।<br/>