Program Brief
दिनांक 18/5/22 की शाम 6 बजे गोले के मन्दिर थाने में आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर थीम के तहत कार्यक्रम किया गया, इस कार्यक्रम की शुरुवात टीम लीडर ब्रम्हाकुमारी ज्योति बहन के उद्बोधन से हुआ तत्पश्चात माऊण्ट आबू से पधारे आदरणीय कीर्ति भाई ने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान जो हमें अपने जीवन के हर क्षेत्र में मदद करता है, हमारे जीवन को बदल सकता है उन्हें हमने अपने जीवन में स्थान न देने की वजह से हमारे जीवन में दुख, अशान्ति, प्रेम का अभाव हो गया है। एक सूई को यदि हम चुम्बक के सम्पर्क में लाते हैं तो उस सूई में भी चुम्बक का प्रभाव पड़ जाता है फलस्वरूप सूई चुम्बक की तरह लोहे से चिपकने लगेगी। ठीक इसी प्रकार यदि हम भगवान को यथार्थ रीति से याद करते हैं तो हमारे अन्दर प्रेम,दया, करूणा, शान्ति आदि दिव्य गुणों की, शक्तियों की प्राप्ति होगी। कीर्ति भाई ने गोले का मन्दिर थाने के समस्त पुलिस से अनुरोध किया कि 24 घण्टे में से आधा घण्टे का समय स्वयं के लिए, भगवान के लिए अवश्य निकालें ताकि बचे साढ़े तेईस घण्टे सुख शांति के साथ गुजार सके। गोले के मन्दिर थाने के टी.आई. श्री विनय शर्मा ने समस्त पुलिस स्टाफ से अनुरोध किए कि ब्रम्हाकुमारीज़ के हेड़ क्वार्टर माऊण्ट आबू एक बार अवश्य जाएं, जहां का माहौल, वातावरण हमारे जीवन को परिवर्तन कर देगा।