Program Brief
प्रेस रिलीज<br/> प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संस्कार भवन नरसिंहपुर द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस के शुभ अवसर पर धरती के लिए निवेश कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें नगर के गणमान्य इंजीनियर भी शामिल रहे कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रम्हाकुमारी कुसुम दीदी जी एवं इंजीनियर भ्राता राजेश बरडिया जी, इंजीनियर भ्राता मनीष जैन जी, इंजीनियर भ्राता अरविंद शुक्ला जी, इंजीनियर भ्राता वरुण भार्गव, जी इंजीनियर बहन निशा, सोनी जी ,इंजीनियर भ्राता के के सोनी जी, इंजीनियर भ्राता मोहित जैन इंजीनियर भ्राता सत्येंद्र व्यवहार जी, इंजीनियर भ्राता कृष्ण कांत साहू जी, इंजीनियर भ्राता अंशु सोनी जी इंजीनियर भ्राता प्रहलाद प्रजापति जी इंजीनियर भ्राता शंकरलाल कुर्मी जी, इंजीनियर भ्राता साकेत नगरिया जी, इंजीनियर भ्राता इंद्रेश कौरव जी, के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कुसुम दीदी जी ने सभी को विश्व पृथ्वी दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा धरती मां को स्वयं परमपिता परमात्मा ने सभी आत्माओं के लिए समान भाव से प्रकृति के पांचों तत्व उपलब्ध कराए हैं जिनके बगैर जीवन असंभव है परंतु मानव की स्वार्थ वृत्ति नेगेटिव सोच का प्रभाव भी इसे नुकसान पहुंचाता है आधुनिकता के इस युग में प्राकृतिक संसाधनों के सीमित उपयोग के साथ-साथ इनका संरक्षण करना हमारा उत्तरदायित्व है जिसमें इंजीनियर जो विश्वकर्मा के रूप में इस धरती मां के संरक्षण की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं आगे भी निभाते रहेंगे उन्होंने कहा आपके कुशल प्रयासों से जल संरक्षण के लिए जैम बनाने के प्रयास किए गए साथ ही दीदी जी ने कहा कि पेड़ लगाकर खेती में हानिकारक कीटनाशकों की जगह जैविक खाद का प्रयोग कर वह हर दिन कम से कम 10 मिनट रोज सकारात्मक ऊर्जा के स्रोत परमात्मा से पवित्र वाइब्रेशन धरती माता को प्रवाहित कर धरती के स्वास्थ्य को ठीक रख सकते हैं अंत में कार्यक्रम में उपस्थित इंजीनियर भ्राता राजेश बरडिया जी ने अपने शुभकामनाएं कार्यक्रम के प्रति प्रेषित करते हुए कहा कि किस प्रकार मानव ही धरती में हो रहे अनेक प्रकार के परिवर्तनों जैसे कि जलवायु परिवर्तन ग्लोबल वार्मिंग का कारण माना भी है जो भी प्रकृति से हम कंज्यूम करते हैं चाहे गैस सिलेंडर मोटर गाड़ी सबसे कार्बन डाइऑक्साइड गैस कुछ ना कुछ मात्रा में निकलती है जिस कारण वायुमंडल गर्म होने से ग्लेशियर पिघल रहे हैं और उन्होंने कहा कि जैसे कि आपके संस्थान में ज्ञान दिया जाता है कि यह परिवर्तन का योग है वह सत्य है हम उसी परिवर्तन के युग में प्रवेश कर रहे हैं साथ ही इंजीनियर निशा सोनी जी ने कहा हमारा सौभाग्य है जो आपने हमें इस आयोजन में आमंत्रित किया वह हम इंजीनियर्स को हमारी जिम्मेदारी का अहसास कराया हम आगे से इस धरती के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास करेंगे अंत में विश्व पृथ्वी दिवस पर सभी ने प्रतिज्ञाएं की कार्यक्रम में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई सभी इंजीनियर को तिलक व ईश्वरीय सौगात भेंट करने के पश्चात सभी ने ब्रह्मा भोजन स्वीकार किया कार्यक्रम में अनेक बी के भाई बहने भी उपस्थित रहेl