*आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सुरक्षा सेवा प्रभाग के तहत कमिश्नर कार्यालय भोपाल में सभी थानों के T.I. A.S.I अधिकारियों को दिया गया परमात्मा का परिचय-* <br/> ग्वालियर से पधारी बी के ज्योति दीदी ने बताया कि समय हमारे पास नहीं आता है जब हम समय को समय देंगे तो हमें समय मिलेगा आज के समय में *समय* सबसे बड़ा *वैल्यू वल* है उन्होंने आगे बताया कि जैसे हम अग्नि के पास जाते हैं तो हमें अग्नि से कहना नहीं पड़ता है कि मुझे गर्मी दो आप उसके पास जाएंगे तो अपने आप ही गर्मी मिल जाएगी। ऐसे ही फूल के पास जाओगे तो अपने आप ही सुगंध मिलेगी ठीक वैसे ही अगर हमारे अंदर अच्छे गुण होंगे तो हमें कहना नहीं पड़ेगा कि मेरे अंदर अच्छे गुण हैं दूसरा अपने आप ही आपके गुणों का बखान करेगा। इसलिए हमे अपने जीवन में अच्छाइयों को लाना है।<br/> *सबसे बड़ा धन है संतोष धन बी के ज्योति दीदी ग्वालियर* <br/>कहते हैं- *गो धन गज बाज धन, बाकी सब धन दूर और जब आए संतोष धन, सब धन धूल समान* <br/> अगर हम जीवन के अंदर संतुष्ट नहीं है तो हम किसी भी फील्ड में सफल नहीं हो सकते हैं आज हमारे अंदर से एक दूसरे के प्रति नफरत की, घृणा की भावना हो गई है तो इसको दूर कैसे करें इसको स्पष्ट करते हुए बी के ज्योति दीदी ने कहा है कि हमें आपस में प्यार से स्नेह से एक दूसरे के सहयोगी बनकर रहें तो हमारे अंदर जो भी अवगुण हैं वह धीरे-धीरे निकल जाएंगे और हमारे अंदर अच्छाइयां आती जाएंगी।<br/>कॉन्फ्रेंस में आए हुए सभी अधिकारियों को अंत में 2 मिनट का मेडिटेशन भी कराया जिसमें उन्होंने बताया की जैसे कि दो वायर (बायर)होते हैं अगर हम वायर में से ऊपर की रबड़ नहीं हटाएंगे तो करंट पास नहीं हो सकता है ठीक है ऐसे ही यदि हम अपने आप को शरीर समझते हैं तो हम परमात्मा से कनेक्ट नहीं हो सकते हैं पहले हमें अपने आप को एक ज्योति बिंदु स्वरूप आत्मा समझना है और उस ज्योति स्वरूप परमात्मा को याद करना है जिससे हमे उस परमात्मा की शक्तियां मिलेगी एवं हमारे जीवन में सुख शांति की प्राप्ति होगी। 👇