इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में मेरा देश मेरी शान कैसे है इस बारे में बता कर हम भारत के अमृत महोत्सव वर्ष को एक नई दिशा दे रहे हैं मेरा देश मेरी शान अर्थात हमारे भारत देश में जो मान-सम्मान, प्रेम, एकता,मर्यादा जो परंपरा से चली आई है वह आज भी हमारे देश में कायम है हमारा देश जो सबसे प्राचीन देश है वह आज भी बदलते दौर में भी कैसे अपनी देश की प्रगति के लिए निरंतर मेहनत कर रहा है इस महोत्सव में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा उन सभी महावीरों को उनके कर्म, कर्तव्य और वेशभूषा को दर्शाते हुए उन सभी नौजवानों में और बच्चे बच्चे में देश के प्रति कुछ करने का जोश भर रहे हैं जिनसे उनका उमंग उत्साह देश के प्रति और बढे।
Special Moments
भाई बहनों द्वारा मातृभूमि के प्रति प्रतिज्ञापत्र लिखवाए गए जो भाई बहनों में कुछ विशेष करने की भावना को दर्शा रहा है।
Cultural Programs
इस प्रोग्राम के तहत हमने बच्चों के बीच फैंसी ड्रेस कंपटीशन किया इस कंपटीशन के बीच बच्चों ने हमारे महावीरों को दर्शाया और बच्चों ने स्वरचित कविताओं में दिलचस्पी दिखाई बच्चों ने गीत गाकर भी अपनी भावनाएं देश के प्रति प्रकट करी कई बालिकाओं ने अपना नित्य पेश करके अपना समर्थ दिया इसी बीच कार्यक्रम में "सात्विक जीवन शैली" विषय पर आध्यात्मिक परिचर्चा किया।
Testimonials
Follow Up
हमें इस प्रोग्राम से यही फॉलोअप मिलता है जैसे हमें पता है कि हमें सात्विक भोजन खाना चाहिए लेकिन क्या हमें पता है सात्विकता उसमें कैसे आएगी सिर्फ भोजन खाने से ही सात्विकता नहीं आती है बल्कि वह भोजन सात्विक रूप से बनाया भी जाना चाहिए अर्थात भोजन को जब बनाते हैं तो शुभ संकल्पों से बनाना चाहिए और फिर उसे परमात्मा को वह बनाया हुआ भोजन स्वीकार करा कर ही शुभ संकल्पों ही भोजन खाना चाहिए।
Feedback
भाइयों बहनों ने इस कार्यक्रम के माध्यम से कर्तव्य को समझा देश के लिए इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारे यूथ जनरेशन को प्रोत्साहन मिला और साथ ही साथ अध्यात्मिकता की ओर झुकाव हुआ।