Program Brief
ग्वालियर: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ग्वालियर की स्थानीय शाखा के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया । सर्वप्रथम एम्पलाई लीगल अवेयरनेस डे के उपलक्ष्य में ओल्ड हाई कोर्ट स्थित स्थानीय सेवा केंद्र पर एक जन जागृति का कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसमें मुख्य रुप से एडवोकेट लेबर बार एसोसिएशन ग्वालियर के अध्यक्ष श्री भगवान सिंह बैंस जी ने मुख्य रूप से और एडवोकेट अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया । संस्थान की भगिनी संस्था राजयोगा एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के न्यायविद प्रभाग द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें कर्मचारियों की जागृति हेतु विशेष टिप्स बताए गए जिसके आधार पर वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर अपने कार्यों को सुचारु रुप से कर सकें । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री भगवान सिंह जी ने कहा कि कर्मचारियों का और अधिकारियों का रिश्ता तो पुराने समय से चला आ रहा है । पुराने समय पर जहां अधिकारी लोग कर्मचारियों को अपने कार्यों के लिए उनका शोषण किया करते थे यहां तक की ताजमहल बनाने वालों के तो उनके हाथ काट दिए थे । जिसके परिणाम स्वरुप वह भविष्य में कार्य करने के काबिल ना रह सके । परंतु वर्तमान समय सरकारें इस ओर विशेष रुप से ध्यान देते हुए इस प्रकार के कानून नए-नए ला रही है जिस आधार पर कर्मचारी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ सकता है तथा उनकी मांग कर सकता है । सिर्फ आवश्यकता है इसके लिए जागृति की, हम जागृत रहकर जहां अपने अधिकारों के लिए अपनी बात रख सकें, वही साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी विधिवत रूप से पालन कर सकें । आपने कहा कि मुझे खुशी है कि संस्थान ने इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजन करके उन्हें आमंत्रित कर इस विशेष सेवा का अवसर प्रदान किया । आपने कहा कि भविष्य में किसी भी प्रकार के परामर्श के लिए सदैव सेवा में तत्पर रहेंगे । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडवोकेट अनिरुद्ध जी ने कहा की विभिन्न लेबर लॉज में इस प्रकार का जिक्र है- एक कर्मचारी से कितना समय कार्य कराया जा सकता है, किस विधि से कराया जा सकता है, मिनिमम वेजेस कितने होंगे और गर्भवती महिलाओं के कार्य संबंधी दिशा निर्देश भी इन लॉज में बताए गए हैं, जिसकी सम्पूर्ण जानकारी होना अति आवश्यक है । आपने कहा कि आज के समय पर हम किसी का शोषण ना करते हुए विधि विधान के अनुसार उनसे अगर कार्य कराएं तो हम होने वाली कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं ।<br/><br/>कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बी के डॉ गुरचरण सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से हमारे भारत का संविधान जहां एक ओर कर्मचारियों की सुरक्षा एवं उनके मौलिक अधिकारों साथ साथ उनकी जिम्मेदारियों के प्रति हमें दिशा निर्देश देता है, उसी प्रकार से वर्तमान समय ईश्वरीय संविधान जिसके अनुसार स्वयं पिता परमात्मा सच्ची सरकार इस धरा पर अवतरित होकर हम सभी मनुष्य आत्माओं को, जिनका शोषण अनेक समय से विकार कर रहे हैं । उन्हें इस प्रकार के शोषण से मुक्त कराने के लिए विधि विधान बनाकर हमें इस प्रकार के दिशा निर्देश वर्तमान समय प्रजापिता ब्रह्मा के माध्यम से दे रहे हैं । आवश्यकता है कि हम जागरूक रहें जिसके आधार पर हम अपनी बुराइयों से मुक्त होकर, अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहकर, अपनी कमी कमजोरियों से मुक्त बन सकें । साथ-साथ अपने विश्व कल्याण के जिम्मेवारी के प्रति भी जागरूकता अति आवश्यक है जिसका हमें बखूबी निर्वहन करना है । वर्तमान समय पिता परमात्मा हमें विश्व कल्याण की जिम्मेवारी का ताज भी दे रहे हैं तो जहां हमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता आवश्यक है वहीं अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन भी जरूरी है । अंत में अपनी शुभ आशीष देते हुए स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी ने कहा कि जिस प्रकार से हमारा शोषण हो रहा है इसका मूल कारण है हमारी अज्ञानता है चाहे वह आध्यात्मिक स्तर पर हो या भौतिक स्तर पर हो, इसके लिए हमें जागरुक होने की अति आवश्यकता है । आपने कहा हमें जागरूक और सतर्क रहना है, जहां अपने कार्यों के प्रति, अपनी जिम्मेदारियों के प्रति वहीं अपने अधिकारों के प्रति भी । अन्त में सभी ने परमात्म याद से स्वयं की जागृति से सभी को जागृत करने का प्रण भी किया ।<br/><br/>