" परहित में त्याग ही भारतीय संस्कृति _ बी के शीलुदीदी की माउंट आबू " <br/>ब्रह्माकुमारी राजयोग केंद्र भीनमाल के द्वारा चार तपस्विनी बहनों का समर्पण समारोह का भव्य आगाज हुआ ।<br/>स्थानीय विकास भवन से सुबह 9:00 बजे ढोल नगाड़ों के संग रथ पर विराजमान होकर चारों ब्रह्माकुमारी बहने कुमारी संध्या कुमारी गीतांजलि कुमारी सुमन और कुमारी गुंजन चारों ने अपने संयम के पथ पर चलने के लिए उमंग उत्साह भर प्रयत्न किया चारों के रिश्तेदारों ने भी बढ़-चढ़कर जुलूस में हिस्सा लिया।<br/> माघ चौक महावीर चौक रोडवेज बस स्टैंड से गुजरते हुए यह विशाल जुलूस खेतावत होटल एंड मैरिज हॉल में पहुंचा ।जहां पर आबू पर्वत से पधारी हुई वरिष्ठ राजयोगिनी शीलू दीदी और चारों बहनों का भव्य स्वागत हुआ तत्पश्चात जलपान के बाद मंच कार्यक्रम प्रारंभ हुआ ।<br/>जिसमें रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ कलाकारों ने वेलकम किया। ब्रह्माकुमारी गीता बहन जी प्रभारी राज्यों केंद्र भीनमाल ने सभी अतिथियों का अपने शब्दों से स्वागत करते हुए ब्रह्माकुमारी जीवन में समर्पणता का कितना महत्व है यह समझाया विश्व सेवा के लिए प्रभु को अर्पित होने वाली चारों बहनों को अभिवादन भी किया आपने बताया की जीवन में संयम और त्याग ही महानता है भोग तो सभी भोगते हैं परंतु त्याग में ही सच्चा सुख है तत्पश्चात कुमारियों ने संकल्प पत्र प्रतिज्ञा के पढ़े। <br/>शिवलिंग पर अपनी वरमाला पहनकर और शिव से सच्ची विवाह की रस्में निभाई। सभी कुमारियों के मात-पिता ने वरिष्ठ राजयोगिनी शीलू दीदी के हाथ में अपनी बेटियों का हाथ सौंपा।<br/> विशेष अतिथि के रूप में पधारे मुनिराज श्री हितेश चंद्र विजय जी महाराज ने सुंदर शब्दों में आज की बेटियां जो पथभ्रष्ट हो रही है उनको भी संदेश दिया और चारों ब्रह्माकुमारी बहाने जो समर्पित हो रही है उनको आशीर्वचन भी दिए ।आपने कहा कि जो जीवन में आनंद चाहता है वह वस्तुओं में वैभव में भोगों में नहीं मिलता सच्चा आनंद जीवन को प्रभु को अर्पित करने में श्रेष्ठ विचारों में त्याग और तपस्या में ही मिलता है।<br/><br/> ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी शीलू दीदी ने अपने अध्यक्ष के उद्बोधन में सभी को कहा कि यह कुमारिया इस जन्म में ही नहीं,लेकिन अपने अनेक जन्मों में श्रेष्ठ और सुखी जीवन को प्राप्त कर रही है अपने सभी का हवन किया कि घर ग्रस्त में रहते हुए भी सभी को पवित्रता का पालन कर सच्चे सुख की ओर बढ़ना चाहिए।<br/><br/>पावरग्रिड के पूर्व प्रबंधक ही पी मिश्राजी ने कविता पाठ कर कुमारियों को बधाई दी। <br/><br/>कार्यक्रम का संचालन बीके अस्मिता बहन ने किया।<br/>धन्यवाद प्रस्ताव बी के रवि भाई माउंट आबू ने किया। <br/> मंच पर ओम प्रकाश जी खेतावत बी एल सुथार ,(पूर्व अधीक्षक अभियंता जल विभाग) एचपी मिश्रा जी सिरोही से आई हुई बीके अरुणा बहन जी बीकेसुचिता बहन जी सादड़ी ,बीकेमीरा बहन जी फालना, बीके जया बहन जी सांचौर तथा माउंट आबू से आई हुई ब्रह्माकुमारी सविता बहन उपस्थिति रही कार्यक्रम में नेनाराम जी चौहान मुरार दान हरमू , माउंट आबू के राजयोगी गोविंद भाई जीतू भाई रवि भाई अशोक जी खेतावत और बड़ी संख्या में रानीवाड़ा रामसीन जालोर अहमदाबाद सांचौर आदि के भाई बहनों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम का आनंद लिया उड़ीसा उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के आए हुए भाई बहनों ने भी नृत्य भी प्रस्तुत किए एवं कार्यक्रम का लाभ लिया अंत में समर्पित होने वाली बहनों को भारत विकास परिषद भीनमाल की तरफ से मोमेंटो और शॉल प्रदान किया गया एवं सभी ने ब्रह्मा भोजन प्रसाद भी ग्रहण किया।<br/> इस भव्य कार्यक्रम को लाइव मधुबन चैनल पर दिखाया गया।<br/>