Program Brief
विश्व की विरासत भारत देश, भारत की अनमोल धरोहर भोजपुर शिवलिंग मंदिर- बी.के. डॉ. रीना दीदी<br/><br/>विश्व विरासत दिवस पर भोजपुर पहुँचे ब्रह्माकुमारीज़ के भाई और बहन <br/>18 अप्रैल,2024<br/>ब्रम्हाकुमारीज़, ब्लेसिंग हाउस, भोपाल।<br/><br/>बी.के. डॉ. रीना दीदी ने विश्व धरोहर के बारे में बताते हुए कहा की दुनिया की सबसे प्रसिद्ध विरासतों में से एक भोजपुर का भोलेनाथ शिव भगवान का मंदिर है।<br/>भोपाल की पहचान भोलेनाथ शिव भगवान के भोजपुर मंदिर के नाम से है, भोजपुर मंदिर प्रकृति के बीच में बना हुआ है। भोजपुर मंदिर का निर्माण बेतवा नदी के किनारे किया गया है,संसार का विशेष इकलौता शिवलिंग है जो एक पत्थर से बना हुआ है।<br/><br/>दीदी ने कहा कि हर वर्ष 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है। 1982 में यूनेस्को द्वारा इस दिवस को शुरू किया गया था। आज मौका आया है अपने विश्व की धरोहर को संवारने हेतु संकल्प लेने का, उपस्थित जनसमूह को बीके डॉक्टर रीना दीदी ने दृढ़ संकल्प दिलाया कि हम अपनी संस्कृति की रक्षा करेंगे हम अपने विश्व धरोहर भोजपुर शिवमंदिर के प्रांगण स्वच्छ, साफ रखने के लिए सदा ही दृढ़ संकल्पित रहेंगे।<br/><br/>बी.के. डॉ. रीना दीदी ने उपस्थित भक्तगणों, जनसमूह को प्रतिज्ञा कराई :<br/><br/>मेरा देश मेरी शान है।<br/>मेरी संस्कृति मेरी पहचान है।<br/><br/><br/>ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस के शिपिंग एविएशन एवं टूरिज्म प्रभाग के अंतर्गत विश्व धरोहर दिवस के उपलक्ष्य में मेरी संस्कृति मेरी पहचान विषय पर ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस सेवा केंद्र भोपाल के द्वारा के राजा भोज द्वारा बसाए गए झीलों की नगरी भोपाल की पावन धरनी में स्थित विश्व की प्राचीन धरोहर भोजपुर में सभी ब्रह्मोत्सव ने संगठन में मेडिटेशन, योग किया। <br/><br/>"ब्रम्हाकुमारीज़" के "राजयोग शिक्षण एवं शोध संस्थान" का शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म प्रभाग` वर्ष 2001 से कार्यरत है। इसके अंतर्गत इस क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों, कार्यकर्ताओं के लिए डायलॉग, सेमिनार, राजयोग शिविर, सम्मेलन, प्रशिक्षण, चित्र-प्रदर्शनी आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। <br/><br/>इस बहुत ही सुंदर कार्यक्रम में विशेष रूप से भारत माता की चैतन्य झांकी भी सजायी गई । भारत माता ने स्वयं भोजपुर मंदिर प्रांगण में उपस्थित जनसमूह से विश्व की विरासत को सुरक्षित रखने का आह्वान किया।