उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधिपति श्री जीतेन्द्र कुमार माहेश्वरी <br/> मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी <br/>श्री सुजॉय पॉल, मध्यप्रदेश, जबलपुर के न्यायमूर्ती<br/>उच्च न्यायालय, ग्वालियर बेंच के न्यायमूर्ति श्री संजीव एस. कालगांवकर, <br/>अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग, डॉक्टर राजेश राजौरा, <br/>विषय विशेषज्ञ के रूप में श्री श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली के पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर वर्तिका नंदा एवं <br/>मध्यप्रदेश मानव अधिकार के सदस्य श्री राजीव टंडन
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर मानव अधिकार आयोग द्वारा 10 दिसंबर रविवार को एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें "बंदियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकार- मानव अधिकार" विषय पर विमर्श हुआ और बंदियों के स्वास्थ्य देखभाल पर सरकार को परामर्श देने के लिए प्रारूप तैयार किया गया. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी भोपाल के स्वर्ण जयंती सभागार में सेमिनार का उद्घाटन सत्र आयोजित हुआ, जिसमें उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधिपति श्री जीतेन्द्र कुमार माहेश्वरी मुख्य अतिथि के रूप में तथा मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी अध्यक्ष के रूप में उपस्थित थे. इस अवसर पर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग द्वारा ब्रह्माकुमारीज़ मूल्य शिक्षा एवं अध्यात्म सेल मध्यप्रदेश की क्षेत्रीय संयोजिका, ब्रह्माकुमारी किरण को आमंत्रित किया गया. ब्रह्माकुमारी किरण ने मंचासीन अतिथियों- उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधिपति श्री जीतेन्द्र कुमार माहेश्वरी, मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी, उच्च न्यायालय, मध्यप्रदेश, जबलपुर के न्यायमूर्ती श्री सुजॉय पॉल, उच्च न्यायालय, ग्वालियर बेंच के न्यायमूर्ति श्री संजीव एस. कालगांवकर, अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग, डॉक्टर राजेश राजौरा, विषय विशेषज्ञ के रूप में श्री श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली के पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर वर्तिका नंदा एवं मध्यप्रदेश मानव अधिकार के सदस्य श्री राजीव टंडन से सौजन्य भेंट करने के उपरांत उन्हें थॉट ऑफ़ द डे विचार संग्रह भेंट किया. सौजन्य भेंट में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधिपति श्री जीतेंद्र कुमार माहेश्वरी जी ने ब्रह्माकुमारी किरण द्वारा चेतना के विकास पर ब्रह्मकुमारीज़ संस्थान द्वारा जेलों एवं विश्वविद्यालयों में की जा रही सेवाओं की जानकारी का प्रतिवेदन देने पर कार्य की प्रशंसा की एवं इसे और भी तीव्र गति से भारत की सभी जेलों में करने की आवश्यकता ज़ाहिर की.<br/><br/>