प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थानीय शाखा टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन में आयोजित एक दिवसीय विशेष योग साधना के अवसर पर उत्तर प्रदेश कासगंज से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी ने कहा की ईश्वर प्राप्ति के लिए बोझ रूपी पत्थरों का त्यागना आवश्यक है। उससे पहले राजयोग भवन संचालिका बीके स्वाति दीदी ने बताया की कासगंज से पधारी राजयोगिनी सरोज दीदी जी 7 वर्ष की बाल्यावस्था में ही संस्था की प्रथम मुख्य प्रशासिका आदरणीय जगदंबा सरस्वती जी के जीवन को देखकर इतनी प्रभावित हुई थी कि अपना जीवन भी उन जैसा बनाने का संकल्प कर लिया। कासगंज से पधारी करुणा दीदी, सीमा बहन, नीरज बहन ने भी सभी ब्रह्माकुमार भाई बहनों को ज्ञान और योग से भरपूर किया।