Program Brief
ब्रह्माकुमारी प्रेसनोट <br/>"मेरी संस्कृति मेरी पहचान" ब्रहमाकुमारीज के राजयोग एजूकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के शिपिंग एविएशन & टूरिज्म विंग का विशेष प्रोजेक्ट। <br/><br/><br/>वरिष्ठ शिक्षिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शैली दीदी जोकि ब्रह्मा कुमारीज के इस विंग की जोनल कोर्डिनेटर है, ने बताया ब्रह्मा कुमारीज के इस प्रोजेक्ट "मेरी संस्कृति मेरी पहचान" के अंतर्गत भारत के विभिन्न राज्यों की पहनावे, वहां की संस्कृति , खान पान आदि को सभी लोगों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए रहे हैं। साथ ही अलग-अलग राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवस जो पर्यटन क्षेत्र तथा संस्कृति से संबंधित है उन्हें भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इन सभी सेवाओं का उद्देश्य यही है कि भारत की महान संस्कृति को न सिर्फ हम लोगों तक पहुंचाये लेकिन पुनः अपने देश को उन्हीं प्राचीन परंपराओं के साथ महान बनाएं, विश्व गुरु बनाएं। भारत की इस गरिमामई संस्कृति को फिर से स्थापित करने का कार्य ब्रह्माकुमारी संस्था कर रही है । एक ऐसी संस्कृति जहां हर मानव का चरित्र श्रेष्ठ और उच्च होगा सब मिलकर प्यार और भाईचारे के साथ रहेंगे।<br/><br/>संपूर्ण विश्व में भारत अपनी सभ्यता और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है । इसी से प्रभावित होकर दुनिया भर के लाखों लोग हर वर्ष यहां की संस्कृति देखने उसे जानने और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए कुछ सीखने आते हैं । भारत में सभी धर्म के लोग आपस में शांति प्रेम से रहते हैं। यह हमारे देश की विशेषता है। अतिथि देवो भव, अनेकता में एकता, वसुधैव कुटुंबकम .... जैसे अनेक अनेक वैश्विक मूल्यों को लेकर भारत सदा ही एक बेहतर जीवन की प्रेरणा देता रहा है । <br/><br/>कभी योग ने दुनिया को अपनी और साधा , तो कभी अध्यात्म की परम शांति ने स्वत: ही दुनिया का ध्यान भारत की ओर खिंचा । ऐसी संस्कृति पूरी दुनिया में और कहीं नहीं । भारत की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां हर धर्म, जाति, वर्ग, संप्रदाय और पथ को मानने वाले लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं , साथ मिलकर त्यौहार मनाते हैं और एक दूसरे की संस्कृति का सम्मान करते हैं । भारत में पारिवारिक रिश्तों को भी बहुत अहमियत दी जाती है। संयुक्त परिवार, मर्यादा, सम्मान, अपनापन, स्नेह, त्याग और आत्मीयता के विभिन्न रंग यही देखने को मिलते हैं। यहां हर रिश्ता अनमोल है और हर बंधन एक उत्सव जिसे सिर्फ निभाया ही नहीं बल्कि जिया भी जाता है।<br/><br/>ब्रह्माकुमार मनु भाई ने राजयोग एजूकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के शिपिंग एविएशन & टूरिज्म विंग के बारे में विस्तार से बताया। ब्रह्माकुमार सुनील भाई ने बहुत सुन्दर गीत प्रस्तुत किया व कुमारी सना ने अपने मनमोहक नृत्य द्वारा सबका दिल जीता। ब्रह्माकुमार राकेश मेहता ने मंच संचालन किया।