आज़ादी का अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर प्रोजेक्ट के अन्तर्गत आयोजित सड़क सुरक्षा मोटर साइकल यात्रा अभियान के तीसरे दिन प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय नेपियर टाउन जबलपुर द्वारा पाटन रोड स्थित मॉं गायत्री मारूती शोरूम में पहुँचकर बी.के. बहनों एवं सेवाधारी भाईयों ने सम्मेलन किया। इसमें कम्पनी के विशेष अधिकारियों ने भागीदारी ली तथा अन्य कर्मचारी आयोजन से लाभाविंत हुए।<br/>बी.के. गणेशी बहन : सड़क सुरक्षा का बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वाहन चालक अपने मन का नियत्रंण में रखकर यदि वाहन चालन करता है तो कभी किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं का भागी नहीं बन सकता। लेकिन वर्तमान युग अति अनिश्चितताओं का है जिसमें अपने मन का सदा काबू में रखना चुनौती के समान है। ब्रह्माकुमारी परिवार द्वारा सिखाया जाने वाला राजयोग अभ्यास एवं दिव्य ज्ञान जन सामान्य की इसी आवश्यकता को पूरा करने के लिए है। प्रतिदिन राजयोग के अभ्यास से व्यक्ति अपने जीवन को सुखी एवं स्थिर बना सकता है।<br/>बी.के. भूमी बहन : लोगों को वाहन चलाते हुए देखा जाता है कि वे यातायात नियमों को गैर जवाबदारी से अव्हेलना करते हुए चलते हैं। चाहे छोटे वाहन या भारी वाहन हों सभी को चाहिए कि वे उनके ऊपर लागू होने वाले सड़क नियमों का पूर्ण ईमानदारी से पालना करें। ऐसा करना उन्हें देश व समाज के लिए सभ्य नागरिक सिध्द करता है।
Special Moments
बी.के. बहनों ने सम्मेलन में उपस्थित लोगों से प्रतिज्ञा कराई कि वे अपने जीवन में नियमों को अपनायेंगे।
सभी को कुछ मिनट के लिए राजयोग अभ्यास करा कर राजयोग के लाभ से भी अवगत कराया। अभ्यास कर उन्हें कार्य को बोझ समझ करने के स्थान पर शान्त मन से सम्पन्न करने की प्रेरण मिली।
Cultural Programs
Testimonials
Follow Up
बी.के. बहनों ने सम्मेलन में उपस्थित सभी लोगों को सड़क सुरक्षा व्यवस्था को कैसे ठीक बनाया जाए इस पर उद्बोधन दिये। कार्यक्रम के लाभार्थियों को यातायात नियमों को पालन करने के प्रति जागरूक किया। उन्हें जीवन में मानसिक तनावों को समाप्त करने के लिए राजयोग को अपनाने के प्रति भी आमंत्रित किया। उन्हें समझाया गया कि कैसे सड़क पर भी चालक का मन उसके नियत्रंंण में न रहने से बड़ी दुर्घटनाएं होती ये राजयोग के अभ्यास से ठीक की जा सकती है।