अतिथि भ्राता विशाल मेश्राम_वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र, भ्राता आशुतोष शर्मा _वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र, बीके कुसुम _जिला संचालिका, बी के प्रति ,
जापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग के तत्वावधान में सेवा केंद्र से सदर मढिया तक पर्यावरण सुरक्षा शोभायात्रा निकलकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। जिसमें कु पूर्वा का सुंदर स्वागत नृत्य के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।ब्र कु शिवानी ने संस्था का परिचय देते हुए ब्रह्मा कुमारीज के कृषि एवं ग्राम विकास विभाग के द्वारा चलाए जा रहे जल जन अभियान कल्पतरु एवं पर्यावरण संरक्षण अभियान की जानकारी दी ।<br/>अतिथि भ्राता विशाल मेश्राम_वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र, भ्राता आशुतोष शर्मा _वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र, बीके कुसुम _जिला संचालिका, बी के प्रति ,बी के मुकेश नेमा एवं भ्राता टेक सिंह पटेल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उक्त अवसर पर बीके कुसुम दीदी जी ने कहा कि आज तापमान और प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। इसके साथ-साथ मनुष्य को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। एक तरफ मनुष्य को जीवन दान देने वाले ,प्राण दान देने वाले वृक्ष जो छाया भी देते हैं, फल भी देते हैं और मानव को प्राण दान देने वाली प्राण वायु भी देते हैं जो कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करके हम सबको ऑक्सीजन देते हैं उन्ही पेड़ों का अंधाधुंध कटाव हो रहा है । इसी का परिणाम मानव जाति भुगत रही है। अतः हम सभी को अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर पर्यावरण का संवर्धन करना चाहिए।<br/><br/><br/>बीके प्रीती दीदी ने परमात्मा से सर्व शक्तियों की किरणें लेकर प्रकृति को सकास देकर सेवा करने एवं प्रकृति से क्षमा याचना करने की विधि बतलाई।<br/><br/>वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक भ्राता विशाल मेश्राम ने कहा कि प्रकृति में अपने आप जंगल में जो पौधे होते हैं जिन्हें हम लकड़ियों के रूप में ,औषधि के रूप में प्रयोग करते हैं जैसे अचार चिरोंजी आदि के वृक्ष हैं, आज वह विलुप्त होते जा रहे हैं ऐसे अनेक पौधों के बीज बाहर से मंगा कर फिर से लगाने का हम प्रयास कर रहे हैं ।आप सभी भी मिलकर के यह प्रयास जरुर करें। यह छोटा सा कार्य बड़ा योगदान दे सकता है।<br/><br/><br/>वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक भ्राता आशुतोष शर्मा ने कहा कि सभी व्यक्ति जो यहां पर उपस्थित हैं वह सभी यह संकल्प करें कि अपने घर में कम से कम 5 से 10 गमले लगाकर उनमें अच्छे पौधों का वृक्षारोपण करें और अगर संभव हो सके बाहर भी जिनके पास ज्यादा जमीन है उसमें भी वृक्षारोपण अवश्य करें और कोशिश करें कि हमारे घर में जो प्लास्टिक आदि उपयोग होती है ।जिसमें हमने सबसे बड़ी समस्या यह देखी है कि नगर पालिका वाले वाहन घर के सामने से निकलते हैं पर हम उसमें कचरा ना डालकर बाहर फेंक देते हैं अतः उसे कचरे को कचरा वाहन में ही डालें ।इससे स्वच्छता होगी और अनेक बीमारियों से हम बचे रहेंगे।<br/><br/><br/><br/>बी के शिवानी ने अतिथियों सहित उपस्थित सभी लोगों से पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प करवाया कि_ पेड़ लगाएंगे पेड़ बचाएंगे _धरती को शक्तिशाली बनाएंगे। <br/><br/>प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करे<br/>पर्यावरण का संरक्षण करेंगे।<br/>अतिथियों सहित उपस्थित सभी लोगों ने एक-एक पौधारोपण किया। दीदी जी ने सभी को प्रभु प्रसाद और ईश्वरीय सौगात दी<br/>तनावमुक्त एवं नशामुक्ति शिविर में भाग लेकर स्वयं को नशामुक्त बनाने लिए संकल्प<br/><br/>