अधिकार के साथ अपने कर्तव्यों का करें सही पालन - बी.के. समीक्षा<br/> इंदिरा विहार कॉलोनी के प्रिय दर्शनीय भवन में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस <br/> एसईसीएल में किया गया मजदूर संघ के महिलाओं का अंग वस्त्र व पुष्प गुच्छो के द्वारा सम्मान<br/> इंदिरा विहार परिसर के प्रियदर्शनी भवन में एसईसीएल मैं कार्यरत मजदूर संघ की महिलाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह का कार्यक्रम रखा गया था जिसमें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ब्रह्माकुमारी समीक्षा बहन प्रीति बहन भी सम्मिलित हुए जिसके अंतर्गत समीक्षा बहन ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नारी का सम्मान करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है नारी भी ऐसा कर्तव्य करें जिससे उनकी बातें स्वीकार हो नारी में भगवान ने इतनी शक्ति दी है कि वह दोनों तरफ अपना अस्तित्व बना सकती हैं चाहे घर में हो चाहे बाहर नारी के अंदर परमात्मा ने हर गुण हर विशेषताएं भरी हुई है एक नारी शिक्षित होती है तो दोनों परिवारों को शिक्षित करती है कौन कहता है नारी का कोई हक नहीं होता अरे यह क्यों नहीं समझते कि नारी के बिना कोई घर नहीं होता एक नारी ही हैं जो दोनों कुलों का लाज बचाती सृष्टि के प्रारंभ से हैं नारियों का विशेष स्थान हमेशा रहा ही हैं तभी तो राधे कृष्ण, सीताराम, लक्ष्मी नारायण, कह संबोधित करते है । आज नदियों का नाम भी माताओं के नाम पर ही रखा गया है जैसे गंगा जमुना सरस्वती कृष्णा कावेरी एक ही नाम है ब्रह्मापुत्र नदी जो पुरुषों के नाम पर है युद्ध क्षेत्र में भी युद्ध करने के लिए पुरुष जाते हैं पर शक्ति मांगते हैं मां दुर्गा मां काली से शिक्षा के क्षेत्र में थी पुरुष वर्ग अग्रणी है विद्या मांगते हैं मां सरस्वती धन कमाने के लिए भी पुरुष जाता है परंतु धन मांगते हैं। मां लक्ष्मी से आज के इस 21वी सदी में बहने पुरुषों से कदम मिलाकर चल रही है हर क्षेत्र में उन्होंने अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया है आज कोई भी स्त्री अबला नहीं बल्कि सब ला है बस हम अपने कर्तव्य व अधिकारों को सही रहती जानकर सही प्रयोग करें तब उसका महत्व है अधिकारों का किसी भी प्रकार से कोई दुरुपयोग ना तब उस नारी का मान है सम्मान है और यह भी तब हो सकता है जब हम एक दूसरे को आत्मिक भाव से देखते हैं व सम्मान देते हैं क्योंकि हम सभी एक परमपिता परमात्मा की संतान भाई भाई है कार्यक्रम के अंत में ब्रह्मा कुमारी प्रीति बहन ने सभी को राजयोग का अभ्यास व तुम मेरे जीवन के धन हो गीत के माध्यम से मन बुद्धि को एकाग्र करने की विधि बताए कार्यक्रम में एसईसीएल में कार्य करने वाले मजदूर संघ के सभी सदस्य महिलाएं उपस्थित थे।