आध्यात्मिक समागम

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Sep 29 - 29, 2023 06:30 PM To 08:30 PM
  • Organiser
    PRAJAPITA BRAHMA KUMARIS ISHWARIYA VISHWA VIDYALAYA ( EDUCATION WING )
  • Category
    Conference
  • Occasion
    --
  • Venue
    ज्ञानशिखर, ओमशांति भवन के ओमप्रकाश भाईजी सभागृह इंदौर
  • Center Phone
    09425054040
  • Center Email
    indorezone@bkivv.org
  • Subject/Topic/Theme
    आध्यात्मिक समागम ( General )
  • Speaker
    1. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका ब्रह्माकुमारी जयन्ती दीदी<br/>2. इंदौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी
  • Guests
    1. इंदौर के सांसद शंकर लालवानी 2. इंदौर शहर की ओर से महापौर पुष्य मित्र भार्गव 3. देवी अहिल्या विश्व विद्यालय की कुलपति रेणु जैन 4. ब्रह्माकुमारी आशा दीदी संचालिका भिलाई क्षेत्र 5. ब्रह्माकुमारी उषा दीदी संचालिका उज्जैन क्षेत्र 6. ब्रह्माकुमारी हंसा दीदी , माउंट आबू
  • Beneficieries
    2300
  • Audience Type
    --
  • Program Brief
    प्रख्यात आध्यात्मिक वक्ता तथा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका ब्रह्माकुमारी जयन्ती दीदी ने कहा कि सुख, शांति से परिपूर्ण आनंदमय जीवन के लिये हर क्षेत्र में सकारात्मकता को अपनाना जरुरी है। आध्यात्मिकता हमारे दृष्णिकोण को सकारात्मक बनानी है। दृढ़ और शुद्ध भाव से शुभ संकल्प करें तो विकट परिस्थितियां भी बदल सुगम हो जाती है।<br/>आज ज्ञानशिखर, ओमशांति भवन के ओमप्रकाश भाईजी सभागृह में आयोजित आध्यात्मिक समागम कार्यक्रम में ” सकारात्मक परिवर्तन द्वारा आनंदमय जीवन ” विषय पर ब्रह्माकुमारी जयन्ती संबोधित कर रही थी।<br/>उन्होंने कहा कि मन को निरर्थक और असाधारण तथा व्यर्थ विचार करने से बचाना है, क्योंकि मन की प्रकृति ही है सोच विचार करते रहने की कार्य करते हुए भी मन हमारा कल्याण की भावनाओं से भरा रहे तो भटकेगा नही ।हम सदा खुश रहेंगे। कुसंग के कारण नकारात्मक बातें व्यक्ति जल्दी धारण कर लेता हैं और नकारात्मक बातों से तनाव दुख और अशांति ही मिलती है, इसलिए आध्यात्मिक बातों की शिक्षा से सकारात्मकता को धारण करना आसान हो जाता है। मानव आत्मा आध्यात्मिक ज्ञान और योग से देव आत्मा बन सकती है। उन्होंने कहा कि अंधियारी रात रोज आती है, परंतु हम यह नहीं कहते कि रात क्यों आई ? क्योंकि हमें पता हैं कि हर रात के बाद सुनहरी सुबह अवश्य होगी। इसी तरह से वर्तमान समय घ ेोर कलयुग का समय है यह अवश्य ही परिवर्तन होकर सुनहरा सतयुग के रुप में श्रेष्ठ सुख शांति संपन्न नई दुनिया आयेगी ।
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