24 सितंबर 2022 को बिसरा सेवा केंद्र द्वारा चार शिक्षा संस्थानों पर नशा मुक्ति एवं वृक्षारोपण सहित विद्यार्थियों के सशक्तिकरण अर्थ कार्यक्रम संपन्न हुए।<br/><br/>1. कंदरकेला हाई स्कूल के 100 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए कार्यक्रम सुश्री संजुश्री भुयान, प्रधानाचार्य के सहयोग द्वारा विद्यालय परिसर में 8वीं और 10वीं कक्षा के लिए संपन्न हुआ। <br/>2. जरइकेला हाई स्कूल के 95 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए कार्यक्रम सुश्री एम् कल्पना राओ, प्रधानाचार्य के सहयोग द्वारा विद्यालय परिसर में छठी से 10वीं कक्षा के लिए संपन्न हुआ। <br/>3. ओडिशा आदर्श हाई स्कूल के 50 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए कार्यक्रम श्री प्रसन्ना कुमार पल्लई, प्रधानाचार्य के सहयोग द्वारा विद्यालय परिसर में 10वीं कक्षा के लिए संपन्न हुआ। <br/>4. बारीलापटा हाई स्कूल के 160 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए कार्यक्रम श्री ऋषिकेश साहू, प्रधानाचार्य के सहयोग द्वारा विद्यालय परिसर में 8वीं से 10वीं कक्षा के लिए संपन्न हुआ। <br/><br/>इन कार्यक्रमों में बी. के. राजीव भाई ने प्रोजेक्टर शो दिखाते हुए सभी को अहसास कराया कि हमारे युवाओं की मानसिक स्थिति को मोबाइल और नशीले पदार्थों का भयानक वायरस शिकस्त दे रहा है। यदि आज का युवा को इससे सचेत ना कराया गया तो वह अपने ही हाथों अपने सुंदर भविष्य को तबाह कर लेगा जो हम सबके लिए सबसे बड़ा खतरा है। अपने वक्तव्यों में उन्होंने आगे बताया कि यदि हम अपने सत्य स्वरूप को पहचान लें जोकि अनेक रचनात्मक और अनंत शक्तियों का भंडार है तो हमारा भविष्य सुरक्षित और सुंदर होगा। सभी को स्वप्रेरणा का प्रशिक्षण सिखाकर रोज़ाना उसका अभ्यास करने से अपने जीवन में एक सकारात्मक नशे को अवश्य धारण करने की राय दी ताकि हमारा जीवन खुशियों से भरपूर हो जाए जिसमें ब्रह्माकुमारीज द्वारा 8 दशकों से सिखाया जा रहा राजयोग अति कारगर सिद्ध हुआ है। नशीले पदार्थों से सम्बंधित सरकार के कढ़े नियमों की ओर सभी का ध्यान खिंचवाते हुए जीवन को सुन्दर बनाने की अपेक्षा जताई। अंत में सभी को सहज राजयोग का अभ्यास कराते हुए मेडिटेशन सीखने का आग्रह किया एवं अपनी दिनचर्या को स्वस्थ और सुदृढ़ बनाने का मार्ग प्रदर्शित करते हुए इन बुराइयों से बचने की शपथ भी दिलाई। आगे इन कार्यक्रमों द्वारा सभी विद्यार्थियों को अपने अपने अभिभावकों को भी नशीले पदार्थों की लत को छुड़ाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए प्रधानाचार्य महोदयों को उन बच्चों को उपहारों द्वारा सुशोभित करने की आशा भी जताई जिसको सभी ने पालन करने का बीड़ा उठाया। इस कार्यक्रम को सभी शिक्षकों ने ब्रह्माकुमारीज़ का समाज गठन में अग्रिम कदम बताते हुए आगे भी जारी रखने का निवेदन किया। <br/>अंत में सभी शिक्षकों एवं प्रधानाचार्य ने इस अभियान की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए आगे भी जारी रखने की इच्छा जताई एवं विद्यालय परिसरों में सभी छात्रों ने कुल मिलकर 8 वृक्ष (कैन्थो, बहेड़ा, कृष्ण चूड़ा और जामुन) के लगाए। <br/><br/>ब्रह्माकुमारीज़ की तरफ से इन प्रोग्राम्स को सफल बनाने में बी. के. राजीव और बी. के. चित्तरंजन का अथक सहयोग रहा l