Program Brief
राजकोट के अवधपुरी और रणछोड़ नगर सेवा केंद्र के द्वारा रक्षाबंधन पावन पर्व की बहुत धूमधाम से सेलिब्रेट किया गया। <br/><br/> इस त्यौहार पर विशेष गुजरात के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर अरविंदभाई रैयानी को रक्षा सूत्र बांधकर राखी के पर्व की ढेर सारी बधाई दी।<br/><br/> राजकोट के आसपास के कई गवरमेंट ऑफिस ,कलेक्टर ऑफिस, कॉरपोरेशन, स्कूल्स, फैक्ट्रीज, कंपनीस, पुलिस स्टेशन, बैंकस, कारखाना, फायर ब्रिगेड, प्राणी संग्रहालय, ज्वेलर्स मे जाकर सभी कर्मचारियों को रक्षाबंधन का आध्यात्मिक महत्व समझाया गया और ब्रह्माकुमारीज़ बहनों ने इस त्यौहार का महत्व समझाते हुए कहा कि जीवन में सभी त्यौहार खुशियों के लिए आता है साथ में त्यौहार हमें अपने जीवन के लिए कुछ न कुछ शिक्षाएं प्रदान करता है। रक्षाबंधन ऐसा त्यौहार है जो भाई-बहन के पावन संबंध की याद आ रही है, सही में हम सबके रक्षक परमपिता परमात्मा है जो धरती पर आकर सभी आत्माओं को पवित्र रहने की प्रतिज्ञा कराते हैं जिस पर चलने से अपने जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं इस पर्व पर हमें आत्म स्मृति और विजय का तिलक लगाना, कोई भी बंधन में खुद को बांधने के लिए रक्षा सूत्र और जीवन में मधुर बोल मधुर स्वभाव की मधुर मिठाई खानी है। हर आत्मा को गुड फिलिंग गिफ्ट के रूप में देनी है और उनके प्रति शुभ भावनाएं रखनी है। अपने जीवन की खराब आदतें खराब संस्कारो छोड़ने का बंधन बांधना है सबको रक्षा सूत्र बांधा गया।<br/><br/> कई ब्रदर्स ने एस शुभ अवसर पर अपनी बुरी आदतों को छोडने का संकल्प लिया।<br/><br/> रक्षाबंधन पर्व पर अवधपुरी सेवाकेंद्र पर "दिव्य-आलोकिक रक्षाबंधन" कार्यक्रम का आयोजित किया गया जिसमे कुमारीओ द्वारा सभी टिचर्स बहनों का तिलक और चुन्नी द्वारा शृंगार किया गया । सभी कुमारीओ ने नृत्य द्वारा सभी को राखी पर्व की बधाई दी। सच्चे परमरक्षक परमपिता परमात्मा को भैया के सबंध मे याद करते हुए अपने मन से सभी कुमारीओ ने राखी बांधी और परमात्मा को प्रत्यक्ष करने के निमित बनने का द्रढ़ संकल्प किया।<br/><br/><br/> ब्रह्माकुमारी रेखा बहन ने इस शुभ अवसर पर इस साल में सभी का तन तंदुरुस्त, मन खुशियों से भरपूर रहे और सभी के जीवन में सुख-शांति बनी रहे ऐसी शुभभावनाएं व्यक्त की।<br/><br/> साथ मे सेवाकेंद्रो पर बच्चो के लिए भी "आलोकिक रक्षाबंधन" कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे बच्चो को आत्मा स्मृति का तिलक, परमात्मा स्नेह का रक्षा सूत्र तथा मीठे बोल की मिठाई खाने का दिव्य संदेश देकर रक्षासूत्र बांधकर सबको ब्लेसिंग दिया गया और सबको भगवान के घर का प्रसाद तथा सौगात दी गई।