Program Brief
आत्मनिर्भर किसान हैं स्वर्णम भारत की पहचान - आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर इस कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार दी. 21 मार्च सुबह 10. 00 बजे महात्मा गांधीजी के सेवाग्राम आश्रम में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय वर्धा द्वारा आत्मानिर्भर किसान अभियान का शुभारंभ किया गया। इस समारोह में बी.के. राजयोगिनी सरला दीदी जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष ग्रामीण विकास प्रभाग माउंट आबू) बी.के. राजयोगिनी सुनंदा दीदी (राष्ट्रीय संयोजक ग्रामीण विकास प्रभाग) बी.के. रजनी दीदी (प्रभारी ब्रह्माकुमारी नागपुर क्षेत्र) बी.के. दशरथ भाई जी (समन्वयक ग्रामीण विकास प्रभाग, महाराष्ट्र राज्य) श्री मनोज कुमार खैरनार (अतिरिक्त कलेक्टर वर्धा) , माननीय श्री अनिल इंगले (जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी वर्धा) माननीय श्री टी.एन. प्रभु (अध्यक्ष सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान वर्धा) माननीय श्रीमती सुजाता ताकसांडे (सरपंच सेवाग्राम) बी.के. माधुरी दीदी (प्रभारी ब्रह्माकुमारीज वर्धा) आदि की विशेष उपस्थिति रही।<br/>कार्यक्रम की शुरुआत में दर्शकों का स्वागत करते हुए ब्रह्माकुमारी माधुरी दीदिनी ने कहा कि आज से महात्मा गांधी की इस पावन भूमि से आत्मनिर्भर किसान अभियान शुरू हुआ है, इस अभियान को रचनात्मक दिशा जरूर मिलेगी । ग्राम विकास प्रभाग की राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्माकुमारी सरला दीदी ने योगिक व जैविक खेती करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि, अजैविक कृषि प्रणाली के कारण किसान और यह समाज निर्भर हो गया है। इस अभियान की जानकारी देते हुए ब्रह्माकुमारी तृप्ति दीदी ने कहा कि कृषि विषय पर एक लाख गांवों में 1000 अभियान, 12000 तीर्थयात्री जाकर, विभिन्न कार्यक्रम किए जाएंगे जिसमें रसायन मुक्त खेती और योगिक जैविक खेती मुख्य विषय होगा। इसके बाद सभा को संबोधित करते हुए अपर समाहर्ता खैरनार जी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा क्रियान्वित कार्यक्रम निश्चित रूप से किसानों को जैविक खेती की ओर ले जायेगा और यह एक महान क्रांति होगी। <br/> कुमारी इशिका ने आजादी का अमृत महोत्सव की थीम पर डांस किया। बाद में भूमिपुत्र संघर्ष वाहिनी के अध्यक्ष माननीय अभिजीत फाल्के पाटिल को सम्मानित किया गया और मार्गदर्शन देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों की प्रगति के लिए अर्थशास्त्र महत्वपूर्ण है. उसके बाद अनिल जी इंगले जिला कृषि अधिकारी ने इस अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। उसके बाद ब्रह्माकुमारी सुनंदा दीदी ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि, राजयोग ध्यान सभी समस्याओं का सर्वोत्तम समाधान है। किसान आत्महत्या के मामले में राजयोग ध्यान बहुत कारगर होगा। उसके बाद ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने सभी से योगिक खेती का संकल्प लिया। तत्पश्चात सेवाग्राम प्रतिष्ठान के अध्यक्ष माननीय श्री टी. एन. प्रभु ने मार्गदर्शन किया कि महात्मा गांधी जैविक खेती कैसे कर रहे थे और उनकी खेती को ब्रह्मकुमारियों की योगिक खेती से कैसे जोड़ा जा सकता है। कार्यक्रम के अंत में अपर्णा दीदी ने सभी उपस्थित लोगों और सेवाग्राम प्रतिष्ठान का धन्यवाद किया।<br/> एडवोकेट गुरुराज राउत, दीपेंद्र भाईजी, विजय भाईजी, महेंद्र भाईजी, शरद भाईजी, मनीषा दीदी, अविनाश भाई, विनायक भाई, श्रावण भाई, नितिन भाई, मधु दीदी, दर्शन दीदी, रमेश भाई, हरिदास भाई आदि ने सफलता के लिए विशेष सहयोग दिया।